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सबकी नज़र डुमरी पर, पर जनता की नज़र किस पर

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गिरिडीह: 5 सितम्बर को जब देश शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मना रहा होगा तो, भारत के सात राज्यों में विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदाता वोट डाल रहे होंगे। इनमें झारखंड का डुमरी उपचुनाव काफी दिलचस्प है।

डुमरी से जिस नेता जगन्नाथ महतो की मौत के बाद उपचुनाव का मतदान शिक्षक दिवस पर होना है, यह एक संयोग है कि उनकी मौत शिक्षा मंत्री रहते हुई थी।

झारखंड मुक्ति मोर्चा, जो इंडिया (INDIA) अलाएन्स का हिस्सा हैं, से जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी जो की अब झारखंड सरकार में मंत्री हैं वो उम्मीदवार हैं। जगरनाथ महतो, डुमरी से लगातार चार बार चुनाव जीते थे। जेएमएम (JMM) में उनके कद का अंदाजा इससे लग सकता है कि वो दो बार पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार भी बने। 2019 में जब महागठबंधन सत्ता में आई तो जगरनाथ महतो शिक्षा मंत्री बने। टाइगर के नाम से अपने छेत्र में मशहूर, ज्यादा पढ़े तो नहीं थे, पर मंत्री बनने के बाद भी दुबारा पढ़ाई शुरू की। नई जिम्मेवारी के प्रति भी संवेदनशील दिखे। कोरोना काल में भी एक्टिव रहे और कोरोना ही उनके मौत का कारण भी बना।

वहीं दामोदर महतो की पत्नी यशोदा देवी आजसु, जो एनडीए (NDA) गठबंधन में शामिल हैं, के तरफ से चुनाव में है। दामोदर महतो की भी पहचान एक संघर्षशील नेता के तौर पे डुमरी में रही थी। यशोदा देवी 2019 में भी चुनाव लड़ी थी। पर उस वक़्त भाजपा के भी प्रत्याशी उनके खिलाफ थे, जो अब साथ दे रहे हैं।

झारखंड के तमाम नेताओं का फिलहाल पता- डुमरी

इंडिया अलाएन्स, एनडीए और एआईएमआईएम अपनी पूरी ताक़त लगा रहे इस चुनाव में। कोई रोड शो कर रहा तो कोई बड़ी जनसभा, कुछ डोर टू डोर के जरिये मतदाता तक पहुँच रहें।

अब तक कई बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दौरा हो चुका। रविवार को मुख्यमंत्री ने रोड शो भी किया। सीपीआईएमएल (CPIML) विधायक विनोद सिंह ने शनिवार को बाइक रैली निकाली थी। झारखंड सरकार के कई मंत्री, जेएमएम-कांग्रेस (Congress) और सीपीआईएमएल विधायक का प्रवास भी रहा है।

आजसु (AJSU) अध्यक्ष सुदेश महतो और एमपी चन्द्र प्रकाश चौधरी डेरा डाले हैं, भाजपा (BJP) प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का कई बार आना-जाना हो चुका। आजसु पिछले रामगढ़ उपचुनाव के जीत से उत्साहित भी है।

असदुद्दीन ओवैसी भी पहुंचे, एआईएमआईएम को पिछला मत पाने की चुनौती

पर सब तो राज्य से जुड़े नेता हैं, तो क्या कोई राष्ट्रिय  नेता नहीं पहुँचा डुमरी? जी वैसे नेता भी आ चुके हैं। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी आ कर भाषण दे चुके हैं। उनके पार्टी के उम्मीदवार मुबिन अंसारी को 24000 वोट पिछली बार मिला था। बड़ा सवाल ये है कि इंडिया अलाएन्स की गोलबंदी में फिर उनकी पार्टी अपना परफॉर्मेंस रिपीट कर पाएगी? असदुद्दीन ओवैसी के जवाब में इंडिया अलाएन्स के मंत्री आलमगीर आलम और हफीजुल हसन, विधायक सरफराज अहमद, इरफान अंसारी सहित कई माइनॉरिटि के नेता इलाके में दौरा लगातार कर रहे।

अब देखना यह होगा के, शिक्षक दिवस पर शिक्षा मंत्री रहे जगरनाथ महतो को ‘श्रद्धांजलि’ देगी जनता और उनकी पत्नी को चुनेगी या, आजसु रामगढ़ के परिणाम दुहराएगी। और इस बीच मुबिन अंसारी पिछली बार से बेहतर कर पाते हैं या नहीं।

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