राय
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रोहित वेमुला का मामला भारत की न्याय कथा को नया आकार देता है
यह अच्छा है कि तेलंगाना पुलिस ने रोहित वेमुला की संस्थागत हत्या के मामले की दोबारा जांच करने का फैसला…
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मोदी के 10 साल: भारत में बेरोज़गारी की दर पिछले 40 सालों में सबसे ज्यादा है
जहाँ तक प्रोपेगेंडा का सवाल है, हमारे प्रधानमंत्री का मुकाबला कम ही नेता कर सकते हैं. एक ओर वे कांग्रेस…
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किसानों के 5 लाख करोड़ रूपए कर्ज माफ नहीं, कॉरपोरेटस के 30 लाख करोड़ माफ
सरकारी आंकड़ों में पिछले दस वर्षों के दौरान भारत के 1,74,000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। इसका मतलब है कि…
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क्षत्रिय प्रतिरोध की राजनीति और भविष्य के विकल्प
आम चुनाव 2024 की शुरुआत 19 अप्रैल से हो चुकी है और पहले ही दौर के मतदान ने विशेषज्ञों को…
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क्या कांग्रेस का घोषणापत्र मुस्लिम लीग की सोच को प्रतिबिंबित करता है?
गत 4 अप्रैल 2024 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 2024 के आम चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया. पार्टी ने…
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चुनावी बॉन्ड स्कीम: एक अद्वितीय घोटाला-कथा
भाजपा सरकार ने 2017 में तमाम विपक्षी दलों के विरोध और चुनाव आयोग तथा रिज़र्व बैंक की मनाही के बावजूद…
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बिना शर्त नागरिकता खत्म: सीएआर, 2024 एक खतरनाक कदम है
11 मार्च, 2024 को गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अधिसूचित नागरिकता संशोधन नियम, 2024 (सीएआर, 2024) एक साथ, सांप्रदायिक, बहुसंख्यक…
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ब्राजील से बंगाल तक: सर्जियो मोरो और अभिजीत गंगोपाध्याय के विवादों में समानताएं
सर्जियो मोरो और अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच क्या समानताएं हैं? ब्राज़ीलियाई न्यायाधीश की तरह, अभिजीत गंगोपाध्याय तथाकथित ‘भ्रष्टाचार’ के खिलाफ…
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आधार नंबर होने से लेकर पहचान खोने तक: क्या आपका भी आधार निष्क्रियकरण हो सकता है?
“चन्द्र: “तुम अपना काम कब तक ख़त्म करोगे?” बिशु: “दिन का अंत कलम से नहीं लिखा जाता। एक दिन के…
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जादवपुर विश्वविद्यालय रैगिंग: ग्राम्शी और फौकॉल्ट के आलोक में एक सैद्धांतिक विश्लेषण
हाल ही में, हमें पता चला है कि जादवपुर विश्वविद्यालय में रैगिंग के परिणामस्वरूप एक दुखद घटना घटी है। यह…
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