नेमरा, दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पैतृक गांव, आज ग़म और उम्मीद दोनों को समेटे है। गाँववाले अपने नेता को याद कर रहे हैं, वहीं हेमंत सोरेन उन्हीं राहों पर चलकर जल, जंगल, ज़मीन की विरासत निभाने का वादा कर रहे हैं। असली चुनौती इस जुड़ाव को सियासी ताक़त में बदलने की है।
शिबू सोरेन ने न सिर्फ वंशवाद के आरोपों का जवाब अपने कार्यों से दिया, बल्कि ज़मीनी कार्यकर्ताओं और विरोधी वर्गों के लोगों को भी आगे बढ़ाया। उन्होंने संघर्ष, समावेश और नेतृत्व की मिसाल कायम की। गुरुजी की छाया में संजीव कुमार राज्यसभा पहुंचे और सुदिव्य मंत्री बने।
झारखंड में राशन कार्ड अपडेट के लिए अब आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर OTP जरूरी हो गया है। इससे ग्रामीण महिलाओं और गरीब परिवारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सीमित डिजिटल साक्षरता, मोबाइल की कमी और बढ़ते खर्च ने सरकारी योजनाओं की पहुंच को और सीमित कर दिया है।