पीयूसीएल ट्रिब्यूनल ने मणिपुर हिंसा को नियोजित और जातीय रूप से लक्षित बताया, जिसमें राज्य और केंद्र दोनों विफल रहे. रिपोर्ट ने यौन अत्याचार, विस्थापन, स्वास्थ्य व न्यायिक तंत्र की नाकामी और पक्षपाती मीडिया की भूमिका उजागर की. जूरी ने एसआईटी, जवाबदेही और स्थायी शांति के उपाय सुझाए