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Sambhal Sparks Alarm on Constitution Day: Is Judicial Integrity Under Siege?

The Sambhal mosque survey plea is a disturbing reminder of how political and judicial lapses fuel religious polarization. Despite the Places of Worship Act, local courts continue to entertain petitions that undermine constitutional principles. On Constitution Day, it’s imperative to reflect on Ambedkar’s warnings and uphold the values of secularism and justice

धर्म, जाति और पैसे की सियासत में उत्कृष्ट विधायक की हार: क्या झारखंड को मिलेगा विनोद सिंह जैसा दूसरा जनप्रतिनिधि?

झारखंड के बगोदर में जाति, धर्म और पैसे की ताकत ने एक मजबूत नेता को हरा दिया, जिसने जनता के लिए सबसे कठिन समय में खड़े होकर काम किया। विनोद सिंह ने न केवल कोविड के दौरान असहाय लोगों की मदद की, बल्कि शिक्षा और विकास में अपनी छाप छोड़ी। उनकी हार से झारखंड में यह बहस छिड़ गई है कि क्या विकास की राजनीति का दौर खत्म हो चुका है?

झारखंड के जीत के चाणक्य: सुदिव्य कुमार सोनू की रणनीतिक कौशल की कहानी

शिबू सोरेन के शिष्य से लेकर झारखंड के चाणक्य तक: झामुमो के प्रति सोनू की अटूट निष्ठा और रणनीतिक कौशल ने भाजपा की मोदी, शाह और मरांडी की तिकड़ी को हराकर पार्टी को 34 सीटों की ऐतिहासिक जीत दिलाने में मदद की। कल्पना सोरेन के उत्थान को सशक्त बनाने से लेकर भगवा खेमे को कमजोर करने वाले दल-बदल की योजना बनाने तक, सोनू के कदमों ने इंडिया ब्लॉक की नींव मजबूत की। उनके कुशल टिकट वितरण और विवेकशील सोशल मीडिया रणनीति ने झारखंड की राजनीति में झामुमो के प्रभुत्व को मजबूत किया

Chanakya of Jharkhand Politics: The Untold Story of Sudivya Kumar Sonu’s Strategic Brilliance

Sonu’s unwavering loyalty to JMM and strategic acumen helped secure a historic 34-seat win for the party, defeating the BJP’s formidable trio of Modi, Shah, and Marandi. From empowering Kalpana Soren’s rise to orchestrating defections that weakened the saffron camp, Sonu’s moves strengthened the INDIA bloc’s footing. His deft ticket distribution and discreet social media strategy solidified JMM’s dominance in Jharkhand politics.

अडानी के ग्लोबल विस्तार पर सवाल: श्रीलंका, बांग्लादेश और इज़राइल में विरोध की लहर

अडानी के विदेशी निवेशों से भारत के संबंधों पर असर श्रीलंका, बांग्लादेश और इज़राइल में निवेशों पर उठे विवाद। पारदर्शिता और पर्यावरणीय चिंताओं ने बढ़ाई मुश्किलें। भारत की विदेश नीति के नए समीकरणों की जरूरत।

मोदी की व्यापार-प्रथम नीति: कैसे अडानी भारत के लिए वैश्विक संकट बनते जा रहे हैं

मोदी राज में अडानी के साम्राज्य विस्तार की कहानी (पहला भाग) | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक यात्राओं और उद्योगपति गौतम अडानी के अंतरराष्ट्रीय सौदों के बीच गहरा संबंध। ऑस्ट्रेलिया से केन्या तक अडानी समूह के विस्तार ने कई बार भारत के पड़ोसी और वैश्विक संबंधों को झटका दिया।