इरफान खान ने क्यों हटा दिया था अपना सरनेम ‘खान’?

भारतीय सिनेमा के इतिहास के बेहतरीन कलाकारों में से एक, इरफान खान, सिर्फ अच्छी फिल्मों के लिए नहीं बल्के अपनी बेहतरीन सोंच के लिए भी हमेशा जाने जाएंगे। जानिए क्यू मशहूर सरनेम 'खान' को हटाया था इरफान ने

Date:

Share post:

मुंबई: किरदारों को पर्दे पर जिंदा करने वाला एक जादूगर कलाकार, इरफान खान (Irrfan Khan) इस दुनिया को छोड़कर चला गए। इरफान मंगलवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्‍पताल में तबीयत बिगड़ने के बाद भर्ती हुए थे और बुधवार को अस्‍पताल में ही आखिरी सांस ली। ये खबर सुनते ही उनके लाखों फैंस के दिल टूट गए।

इरफान ने पर्दे पर तो अपनी दमदार एक्टिंग से सब को अपना मुरीद बना ही लिया था, लेकिन अपनी जिंदगी के फंडों को लेकर भी वह काफी साफ थे। यही कारण था कि कुछ समय पहले इरफान खान ने अपने नाम के पीछे से मशहूर ‘खान’ शब्‍द हटा लिया था।

इरफान ने अपने एक इंटरव्‍यू में कहा, “मैं इरफान हूं, सिर्फ इरफान। मैंने कुछ समय पहले से अपने नाम से ‘खान’ हटा लिया है। दरअसल मैं अपने धर्म, अपने सरनेम या अपनी ऐसी किसी चीज की वजह से पहचाना जाना नहीं चाहता। मैं अपने पूर्वजों के काम की वजह से पहचान बनाना नहीं चाहता।“

दरअसल इरफान खान का असली नाम साहबजादे इरफान अली खान है और उन्‍हें अपने नाम ने ‘दो R’ काफी पसंद था क्‍योंकि इसमें जीभ मुड़ती है।

बता दें कि इरफान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी अपना नाम सिर्फ इरफान ही लिख रखा था।

बॉलीवुड में हीरो बनने के लिए हमेशा कुछ अनकहे नियम निर्धारित थे, लेकिन इरफान ने अपनी दस्‍तक के साथ ही ये सारे पैमाने तोड़ दिये थे। ‘हासिल’, ‘ये साली जिंदगी’, ‘पीकू’, ‘पान सिंह तोमर’, ‘हिंदी मीडियम’ जैसी फिल्‍मों में इरफान ने अपनी एक्टिंग के हर रंग को दिखाया था। इरफान, भारत के कुछ गिनेचुने फिल्म अभिनेता में से थे जिनहोने हॉलीवुड में भी कई फिल्मों जैसे ‘द नेमसेक’, ‘स्लमडॉग मिल्लीओनाइर’, ‘लाइफ ऑफ पाई’ में शानदार अभिनय किया था।

वह इतने जबरदस्‍त अभिनेता थे कि एक दिन जब वह अपनी फिल्‍म में एक्टिंग कर रहे थे तो महेश भट्ट को उनसे एक बार कहना पड़ा था, “भाई थोड़ी गंदी एक्टिंग कर।“

इरफान पिछले कुछ समय से पेट के कैंसर से जूझ रहे थे, लेकिन उन्‍हें वह बीमारी भी हरा नहीं पाई थी। लंदन से इलाज कराने के बाद इरफान मुंबई में ही अपना इलाज करा रहे थे।

इसी शनिवार को उनकी 95 वर्षीय मां सईदा बेगम ने इस दुनिया से रुखसत ली, तो इरफान खान शायद ये सदमा झेल नहीं पाए। इसके बाद वह टूट से गए थे।

बॉलीवुड और हॉलीवुड के मशहूर अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाये थे।

spot_img

Related articles

Dhurandhar Controversy Explained: Trauma, Representation, and Muslim Stereotypes

There is no moral ambiguity surrounding the Kandahar Hijack of 1999 or the 26/11 Mumbai Terror Attacks. These...

Garlands for Accused, Silence for Victim: Gita Path Assault Survivor Gets No Support

Eight days after a mob attack during Kolkata’s Gita Path event, patty seller Sheikh Riyajul remains traumatised and jobless. His Rs 3,000 earnings were destroyed, and the five accused walked free on bail. With no help from authorities or society, fear and financial pressure may force him to return.

Vande Mataram and the Crisis of Inclusive Nationalism: A Minority Perspective India Can’t Ignore

As India marks 150 years of Vande Mataram, political celebration has reignited long-standing objections from Muslims and other minorities. The debate highlights tensions between religious conscience, historical memory, and the risk of imposing majoritarian symbols as tests of national loyalty.

Bengal SIR Exercise Reveals Surprising Patterns in Voter Deletions

ECI draft electoral rolls show 58 lakh voter deletions in West Bengal. Data and independent analysis suggest non-Muslims, particularly Matuas and non-Bengali voters, are more affected. The findings challenge claims that voter exclusions under the SIR exercise primarily target Muslim infiltrators.