एके रॉय : दुनिया में रहे, दुनिया के तलबगार नहीं
पैसों से सत्ता और सत्ता से पैसा वाली मौजूदा सियासत में राजनीति के इकलौते संत कामरेड एके रॉय नहीं रहे। धनबाद सेंट्रल अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांसें ली। उनका जाना एक युग का अंत सा है। उस युग का अंत जहां साइकिल से प्रचार कर कोई विधानसभा या लोकसभा का चुनाव जीत ले। पैसों के …