भुखमरी

झारखंड में बढ़ती भुखमरी और राहत की घोषणा लोगों से कोसो दूर

गढ़वा ज़िले के भंडरिया प्रखंड के कुरून गाँव के लछु लोहरा कहते हैं “मेरी पत्नी खाए बिना मर गयी।” यह क्षेत्र विशेष रूप से कमजोर आदिम जनजाति और आदिवासी बहुल इलाका है, गढ़वा जिले में 2011 में हुए जनगणना के अनुसार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति परिवारों की सँख्या 40 प्रतिशत है। इनमें से, 8611 …

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पत्थलगड़ी गाँवों के आदिवासियों में भय और अनिश्चितता का माहौल अभी भी कायम- महासभा

राँची: झारखंड जनाधिकार महासभा ने आज एक प्रेस वार्ता कर झारखंड की हेमंत सोरेन को अपने चुनावी मुद्दे याद दिलाये और उनपे तुरंत कारवाई करने की मांग की। महासभा जो कई जन संगठनो का एक समूह है ने प्रेस वार्ता कर कहा, रघुबर दास के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के तहत, झारखंड में जन अधिकारों …

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