कोरोना-काल में मातृ-साया की कहानी बयां करती ‘आंधारी’
आंधारी; अस्सी साल की एक बुर्जुग महिला मातंगी के जीवन पर आधारित उपन्यास है, जो महानगर के काका-नगर कॉलोनी में स्थित सी-100 चौमंजिला इमारत के अंदर संभ्रांत उत्तर भारतीय संयुक्त परिवार की मुखिया हैं, जिनके तीन पीढ़ियों के सगे-संबंधी, कर्मचारी और जीव-जन्तु एक ही छत के नीचे अपनी अलग-अलग रसोई, अलग-अलग खर्च और अलग-अलग निजता …
कोरोना-काल में मातृ-साया की कहानी बयां करती ‘आंधारी’ Read More »